हाथी और उसके दोस्त
कहानी:
एक बार एक नन्हा हाथी जंगल में अपने लिए दोस्त ढूंढ रहा था। वह सबसे पहले बंदर के पास गया और पूछा, "क्या तुम मेरे दोस्त बनोगे?"
बंदर बोला, "तुम बहुत बड़े हो, मैं तुम्हारे साथ पेड़ों पर नहीं झूल सकता।"
फिर हाथी खरगोश के पास गया, लेकिन खरगोश ने भी उसे मना कर दिया – "तुम मेरे बिल में नहीं घुस सकते।"
सभी जानवरों ने उसे किसी न किसी बहाने से मना कर दिया।
अचानक जंगल में शेर ने हमला कर दिया। सारे जानवर डरकर भागने लगे। लेकिन हाथी ने शेर को डराकर भगा दिया।
अब सभी जानवर उसके पास आए और बोले, "तुम हमारे सच्चे दोस्त हो।"
हाथी ने मुस्कुराकर कहा, "दोस्ती का मतलब आकार नहीं, बल्कि मदद करना होता है।"
नैतिक शिक्षा:
"सच्चा दोस्त वही होता है जो मुसीबत में साथ दे।"